बरेली के फरीदपुर में जगह-जगह कूड़े का अंबार, नगर पालिका पर उठे सवाल…

सत्यम गौड़ संवाददाता फरीदपुर।
नगर में प्रवेश करते ही गंदगी का दृश्य किसी भी आगंतुक को नगर की बदहाली का साफ संकेत देता है। फरीदपुर के प्रवेश मार्ग के पास, पुराना बीसलपुर रोड और नगरिया रोड जैसे महत्वपूर्ण मार्ग कूड़े के अंबार से पटे पड़े हैं। स्थानीय नागरिकों और समाजसेवी संस्थाओं ने नगर पालिका प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
*नगर पालिका पर लापरवाही का आरोप*
नर सेवा नारायण सेवा ग्रुप फरीदपुर ने नगर पालिका को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रवेश मार्ग पर जमा कूड़े को तत्काल हटवाया जाए और उस स्थान को हरित क्षेत्र में बदला जाए। ग्रुप का कहना है कि यदि इस स्थान पर पौधारोपण किया जाए तो न केवल नगर की सुंदरता में वृद्धि होगी, बल्कि वातावरण भी स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनेगा।
*पुराना बीसलपुर रोड बना ‘कूड़ा घर’*
नगर का पुराना बीसलपुर रोड भी कूड़े का डंपिंग ग्राउंड बन चुका है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कूड़ा ठेली वाले नियमित रूप से इस मार्ग पर कूड़ा फेंक कर चले जाते हैं और नगर पालिका आंखें मूंदे बैठी है। इससे राहगीरों को बदबू और बीमारियों का खतरा बना रहता है।
*करोड़ों के कूड़ेदान खुद कूड़े में तब्दील*
नगर पालिका द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से लगाए गए कूड़ेदान अब खुद कूड़े में तब्दील हो गए हैं। नगर की बीआईपी कॉलोनी जैसे प्रतिष्ठित क्षेत्रों में भी कूड़े के ढेर लगे हैं और कूड़ेदानों की हालत जर्जर हो चुकी है। सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत जारी फंड का कोई असर जमीनी स्तर पर नहीं दिखाई दे रहा है।

*सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल*
वार्ड नंबर 15 में सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा पीला ईंटों का प्रयोग किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सिर्फ खानापूर्ति है और निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वहीं दूसरी ओर मोहल्ला परा की नगर की पुरानी शमशान भूमि में हो रहे दीवार निर्माण कार्य में भी पीला ईंटों का उपयोग किया जा रहा है। जबकि जिम्मेदारों को चिंतन करना चाहिए कि सबको अंतिम संस्कार हेतु वहीं पहुंचना है कम से कम वहां तो निर्माण ठीक से कराए।
*नाले का निर्माण अधूरा, ठेकेदारों पर कार्रवाई नहीं*
नगर में करोड़ों की लागत से बनाए जा रहे नालों का निर्माण कार्य भी अधूरा पड़ा है। कई स्थानों पर ठेकेदारों ने कार्य शुरू कर छोड़ दिया है, लेकिन उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन ठेकेदारों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।
*समाजसेवी संगठन की अपील*
नर सेवा नारायण सेवा ग्रुप ने नगर पालिका प्रशासन से अपील की है कि वे इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दें और शीघ्र ही ठोस कूड़ा प्रबंधन नीति अपनाएं। नगर को स्वच्छ, सुंदर और स्वास्थ्यवर्धक बनाने के लिए जिम्मेदारों को ईमानदारी से कार्य करना होगा।