खुद को पुलिस अफसर बताकर रचाई शादी, अब दहेज के लिए प्रताड़ित करने पर हुआ गिरफ्तार।।

सत्यम गौड़ संवाददाता बरेली। जनपद बरेली के थाना बारादरी पुलिस ने फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर युवती से शादी करने और शादी के बाद दहेज के लिए प्रताड़ित करने वाले आरोपी शहजाद अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पास से पुलिस की वर्दी, फर्जी आईडी कार्ड, स्टार, बेल्ट, वर्दी के अन्य सामान और फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
दिनांक 03 जून 2025 को वादिनी इकरा निवासी हाफिजगंज, बरेली ने थाना बारादरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि शहजाद अहमद पुत्र मुस्ताक अहमद ने स्वयं को पुलिस इंस्पेक्टर बताकर दिसंबर 2024 में उससे शादी की थी।
शादी के बाद शहजाद और उसकी मां दहेज की मांग को लेकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। नौकरी पर न जाने और दिनभर दुकान पर समय बिताने के कारण शक होने पर इकरा ने जांच की, जिसमें उसकी फर्जी पहचान का खुलासा हुआ।
300 बेड अस्पताल से हुई गिरफ्तारी
इकरा द्वारा दी गई सूचना के आधार पर थाना बारादरी पुलिस ने आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और उसे 300 बेड अस्पताल, बरेली से इलाज के दौरान पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी की तबियत में सुधार होने पर उससे पूछताछ की गई और उसके पास से निम्न सामग्रियां बरामद की गई।
बरामद सामग्री
-खाकी वर्दी – 2 सेट -पुलिस फ्लैप – 2, जिनमें सफेद/पीले धातु के 3-3 स्टार लगे थे -पुलिस लोगो, नाम प्लेट, पी-कैप, लाल बेल्ट व अन्य साजो-सामान -फर्जी आधार कार्ड – 2 -उत्तर प्रदेश पुलिस का फर्जी इंस्पेक्टर आईडी कार्ड -एक अन्य फर्जी आईडी – जिसमें जीएसटी से संबंधित विवरण और असिस्टेंट कमिश्नर के जाली हस्ताक्षर थे।
पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
आरोपी शहजाद ने बताया कि वह बरेली कॉलेज से बी.कॉम कर चुका है और इकरा से प्रेम करता था। लेकिन इकरा के परिवार वाले नौकरीपेशा लड़के से ही शादी करना चाहते थे। इसी कारण उसने यूपी पुलिस व SSC CGL की फर्जी चयन सूची एडिट कर अपने नाम से मिलती-जुलती एंट्री में बदलाव किया। इसके बाद उसने मुरादाबाद से वर्दी सिलवाई और यूट्यूब से पुलिस जैसी बॉडी लैंग्वेज सीखकर खुद को इंस्पेक्टर की तरह प्रस्तुत किया।
इस फर्जी पहचान से उसने न केवल इकरा से शादी की, बल्कि सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो अपलोड कर लोगों को भी भ्रमित किया। मोहल्ले में सम्मान मिलने और न्यूज चैनलों पर इंटरव्यू आने से उसका हौसला और बढ़ गया। लेकिन नौकरी न करने और पैसों की तंगी से उसकी पोल खुल गई।
अब बढ़ाई गई धाराएं
प्रथम दृष्टया दर्ज मुकदमे में धारा 85 BNS और 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम लगाई गई थी, लेकिन जांच के दौरान जब फर्जी दस्तावेज और एडिटेड CGL सूची के प्रमाण मिले तो IPC की धारा 318(4), 338, 336(3), और 205 BNS की बढ़ोत्तरी की गई। आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम
-प्रभारी निरीक्षक धनंजय पाण्डेय, उ0नि0 रोहित शर्मा, उ0नि0 सौरभ डेढ़ा, उ0नि0 मोहित मावी, उ0नि0 प्रदीप कुमार, म0का0 612 पारूल गुप्ता (सभी थाना बारादरी, बरेली)