Categories

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

08/06/2025

रायपुर-विशाखापटनम की दूरी सवा सौ किमी घटेगी, जून-26 से खुलेगा नया सिक्सलेन…

Spread the love

बन रहा छत्तीसगढ़ का पहला टनल

 

छत्तीसगढ़’ विशेष रिपोर्ट : भुनेश्वर निराला 

 

रायपुर, ‘ रायपुर-विशाखापटनम भारतमाला सडक़ परियोजना:-

के मुआवजा घोटाले की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन सडक़ निर्माण कार्य भी रफ्तार से चल रहा है। बताया गया कि छत्तीसगढ़, ओडिशा, और आंध्रप्रदेश को जोडने वाली रायपुर-विशाखापटनम सिक्सलेन सडक़ का निर्माण कार्य अगले साल जून तक पूरा हो जाएगा। इस सिक्सलेन सडक़ से रायपुर से विशाखापटनम तक की दूरी 6-7 घंटे में तय की जा सकेगी। खास बात यह है कि कांकेर के पास सिक्सलेन टनल बन रहा है, जो कि 2.7 किमी लंबा है। यह छत्तीसगढ़ की पहला सडक़ टनल है।

 

रायपुर-विशाखापटनम सिक्सलेन सडक़ का निर्माण कार्य:-

 जून से शुरू हुआ था। रायपुर से विशाखापटनम तक दूरी 590 किमी है, लेकिन इस सडक़ के पूरा हो जाने पर रायपुर से विशाखापटनम की दूरी 464 किमी रह जाएगी। इस सिक्सलेन सडक़ का निर्माण अभनपुर के गांव झांकी से शुरू हुई है, और कोंडागांव के अंतिम गांव मंगारपुर से होकर ओडिशा के नवरंगपुर जिले से जुड़ेगी। छत्तीसगढ़ में कुल 124 किमी सडक़ का निर्माण हो रहा है। ओडिशा में 240 किलोमीटर, और फिर आगे आन्ध्रप्रदेश में सडक़ की लंबाई सौ किलोमीटर है। यह सडक़ नवा रायपुर से धमतरी, कांकेर, कोण्डागांव से होते हुए ओडिशा के नवरंगपुर, और कोरापुट जिले से गुजरेगी। आन्ध्रप्रदेश में सब्बावरम से होते हुए विशाखापट्टनम बंदरगाह में खत्म होगी। सडक़ का निर्माण कार्य एनएचएआई राजमार्ग विकास प्राधिकरण) कर रही है।

एनएचएआई के रिजनल ऑफिसर प्रदीप लाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में बताया कि सडक़ का काफी कुछ काम पूरा हो चुका है। सितंबर तक ज्यादातर सडक़ का काम पूरा हो जाएगा। ओवरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। इसी तरह टनल का भी निर्माण कार्य प्रगति पर है। कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ के हिस्से का पूरा कार्य जून के पहले होने की उम्मीद है। करीब 20 हजार करोड़ की इस योजना में छत्तीसगढ़ में सडक़ निर्माण की इस पूरी योजना पर 4 हजार 145 करोड़ रूपए खर्च हो रहे हैं।

 

बताया गया कि अभनपुर के निकट झांकी के आगे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। मगर आगे सडक़ का निर्माण पूरा हो चुका है। यह कुरूद होते हुए नगरी, और फिर आगे कांकेर जिले के दुधावा से होकर गुजर रही है। कांकेर से कोंडागांव के विश्रामपुरी इलाके से होते हुए मंगारपुरी तक जुड़ेगी। सडक़ निर्माण कार्य ज्यादातर पूरा हो चुका है। निर्माण से जुड़े एक अफसर के मुताबिक वर्तमान में फॉरेस्ट क्लीयरेंस आदि की वजह से विशेषकर कोंडागांव जिले में सडक़ निर्माण कार्य विलंब से हुआ है, लेकिन अब यहां भी सडक़ का कार्य तेजी से चल रहा है।

रायपुर-विशाखापटनम सडक़ छत्तीसगढ़ के जिन प्रमुख नगर-:

शहरों से होकर गुजर रही है उनमें नवा रायपुर, अभनपुर, कुरूद, कांकेर, और कोंडागांव हैं। अभनपुर से सिक्सलेन सडक़ की दूरी करीब 3 किमी है। इसी तरह धमतरी से सिक्सलेन के लिए 10 किमी की दूरी तय करनी होगी। कांकेर से दूधावा की दूरी करीब 30 किमी है। कुछ स्थानों पर सडक़ को ओपन किया गया है ताकि मुख्य शहर के लोग वहां तक पहुंच सके। झांकी के अलावा कुरूद, नगरी, दुधावा, कोसमी, विश्रामपुरी, और मंगारपुरी में सडक़ को जोड़ा गया है। कुछ जगहों पर जंगल आदि के कारण सडक़ निर्माण कार्य अधूरा है जिसे पूरा कर लिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ का पहला टनल

 

परियोजना से जुड़े अफसरों का कहना है कि रायपुर-विशाखापटनम की यात्रा मन को लुभाने वाली रहेगी। पहाड़ और जंगल के बीच से गुजरने वाली सिक्सलेन सडक़ से यात्रा काफी आनंद देने वाला होगा। इनमें से 2.7 किमी लंबे टनल से होकर गुजरना रोमांचकारी भी होगा।

 

यह टनल कांकेर जिले के अंतिम गांव वासनवाही से शुरू हो रही है, और कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा

 

गांव में खत्म होगी। घाटी के बीच से टनल तैयार किया l

यह टनल कांकेर जिले के अंतिम गांव वासनवाही से शुरू हो रही है, और कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा कोसमी गांव में खत्म होगी। घाटी के बीच से टनल तैयार किया जा रहा है। यह काम तेजी से चल रहा है। अफसरों का कहना है कि टनल की वजह से निर्माण में देरी हुई। वैसे तो सारा काम एनएचएआई कर रही है लेकिन डिप्टी सीएम अरूण साव नियमित इसकी समीक्षा कर रहे हैं और वो सडक़ निर्माण कार्यों का जायजा लेने जा चुके हैं।

 

आर्थिक गलियारा बनेगा

 

रायपुर-विशाखापटनम सडक़ परियोजना आर्थिक गलियारे के रूप में विकसित होगा। छत्तीसगढ़ के चावल से लेकर कोंडागांव के हस्तशिल्प की मांग विदेशों में है, और सिक्सलेन बनने से आवाजाही तेजी से होगी। अफसरों का मानना है कि पर्यटन और उद्योग को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।


Spread the love