आजादी के बाद भी हर्ष -पाटवा गांव तक नहीं बनी सड़क, पढ़िए पूरी ख़बर ….

आवाम की आवाज़ न्यूज़//रिपोर्टर विशाल जैन
किसानों को आवागमन में हो रही है भारी परेशानी,
लोगों की शिकायतों के बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली
बिलाड़ा क्षेत्र के हर्ष गांव से पाटवा गांव तक आजादी के बाद भी यह सड़क मार्ग नहीं बना राज्य सरकार व केंद्र सरकार प्रधानमंत्री सड़क योजना लागू कर गांव को मुख्यालय तक जोड़ने का काम किया जाता है परंतु यह सड़क मार्ग आज तक नहीं बना और इस सड़क मार्ग पर अनेकों बार दुर्घटनाएं व हादसे हो चुके हैं परंतु प्रशासन ने कभी भी गंभीरता से नहीं लिया यहां के किसानों व ग्रामीणों ने इस सड़क मार्ग की मांग बार-बार उठाई और प्रशासन व अधिकारियों को ज्ञापन भी दिए परंतु आज तक यह सड़क मार्ग नहीं बना
हर्ष गांव से पाटवा सड़क मार्ग मात्र 7 किलोमीटर का टुकड़ा है बिलाड़ा विधानसभा में 4 किलोमीटर व जैतारण विधानसभा में 3 किलोमीटर सड़क मार्ग आता है ,और इस मार्ग पर हमेशा किसानों और लोगों का आवागमन रहता है यह सड़क मार्ग बिलाड़ा सीमा व पाली सीमा लगती है इस कारण यहां के जनप्रतिनिधि भी रुचि कम ले रहे हैं क्योंकि यह मार्ग दो जिलों में आता है इस कारण कोई भी जनप्रतिनिधि ने आज तक पहल नहीं की और इसका खामियांजा आने जाने वाले वाहन चालक भुगत रहे हैं इस मार्ग पर सैकड़ो किसानों के कुए आते हैं और हमेशा इस मार्ग से वाहनों का आवागमन होता है यहां के स्थानीय नागरिकों ने नगर पालिका सार्वजनिक निर्माण विभाग व विधायक से गुहार लगा चुके हैं और सड़क मार्ग बनाने की लगातार मांग मांग करते आए हैं परंतु आजादी के बाद भी यह सड़क मार्ग नहीं बना और ग्रामीण व किसानों के एक सपना बनकर यह सड़क मार्ग रह गया
किसान इस सड़क मार्ग से मंडी में लाते हैं माल
हर्ष पाटवा सड़क मार्ग पर सैकड़ो किसानों के कुएं स्थित है और हमेशा ट्रैक्टर व वाहनों का आवागमन रहता हैं इस कारण किसान अपनी उपज का माल को लेकर बिलाड़ा कृषि मंडी आते हैं इस सड़क मार्ग पर बिलाड़ा के अलावा पाटवा गांव देवली झाझणवास सिंगला चावण्डिया कुशालपुरा लिलाबां रायपुर सहित विभिन्न गांवों को यह सड़क मार्ग जोड़ता है और किसान ट्रैक्टर भर के अपने उपज का माल कृषि मंडी में बेचने के लिए आते हैं परंतु इस मार्ग पर आने जाने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है कई बार तो ट्रैक्टर उबड़ खाबड़ रास्ता के कारण किसान का माल रोड पर बिखर जाता है जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है,
कब जागेंगे प्रशासक और जनप्रतिनिधि
बिलाड़ा के हर्ष गांव से पाटवा सड़क मार्ग दो जिलों को जोड़ता है और दो सीमाएं लगने से कोई भी अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस सड़क मार्ग पर रुचि नहीं ले रहे है, इसका खामीयाजा आने जाने वाले किसान व वाहन चालक उठा रहे हैं अगर बिलाड़ा सड़क मार्ग बन गया तो पाली का सड़क मार्ग नहीं बनेगा अगर पाली का बन गया तो बिलाड़ा के सड़क मार्ग नहीं बनेगा इस कारण यह सड़क मार्ग पेशोपैश में अटका हुआ है और अगर बिलाड़ा व जैतारण विधायक अगर इस सड़क मार्ग को गंभीरता से लेकर काम किया जाए तो सैकड़ो किसानों का आवागमन में सुविधा मिल जाएगी
सड़क मार्ग पर दुर्घटना व लूट की वारदात होती रहती है
हर्ष व पाटवा सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त होने के बाद आए दिन किसानो के ट्रैक्टरों द्वारा माल बिखरने व वाहन चालकों के दुर्घटनाएं होने से यह सड़क मार्ग वीरान हो गया है और अन्य गांवों की किसान बिलाड़ा आने के लिए दूसरे सड़क मार्ग से होते हुए लंबा सफर करते हुए बिलाड़ा पहुंचते हैं अब यह सड़क मार्ग वीरान होने से इस मार्ग पर लूट की वारदात है बढ़ी है इस मार्ग पर हत्या भी हो चुकी है परंतु प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और छोटे से रास्ते को छोड़कर अब किसान दूसरे सड़क मार्गों से अपना माल बेचने के लिए बिलाड़ा कृषि मंडी आते हैं, सड़क मार्ग वीरान होने से आसपास कुएं पर रहने वाले किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और आने-जाने में हर समय भय सताता रहता है,