पत्थलगांव बिना बेस के सड़क निर्माण , इंजीनियर ठेकेदार पर मिलीभगत के गंभीर आरोप पढ़िए पूरी ख़बर …

पत्थलगांव। ठेकेदार द्वारा निर्माणाधीन सीसी सड़क में बिना बेस तैयार किए ही ढलाई किए जाने से सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। पत्थलगांव बाजार में दुर्गा पंडाल के सामने स्थित वार्ड क्रमांक 11, ढोढी टिकरा जाने वाली सीसी सड़क का निर्माण कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। लेकिन नियमानुसार सड़क निर्माण से पहले एक से डेढ़ फीट का गड्ढा कर गिट्टी का बेस तैयार किया जाना चाहिए था, जिसे दरकिनार करते हुए ठेकेदार ने सीधे सड़क की ढलाई करा दी।

गुणवत्ता पर सवाल, पानी निकासी बनी समस्या
निर्माण कार्य में इस अनियमितता के कारण भविष्य में पानी निकासी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा, बिना गड्ढा किए रोड की ढलाई हो जाने से थाना क्षेत्र से निकलने वाले लोगों के लिए दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी। साथ ही, सड़क का पानी थाना परिसर और दुर्गा पंडाल परिसर में भरने का खतरा है। स्थानीय नागरिकों ने इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर विरोध जताया है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति में अनियमितता
पत्थलगांव नगर पंचायत में हाल ही में हुए चुनाव के पश्चात नवनिर्वाचित अध्यक्ष और पार्षदों का शपथ ग्रहण अभी तक नहीं हुआ है। इस स्थिति का फायदा उठाकर ठेकेदार निर्माण कार्य को जल्दबाजी में पूरा करने में लगे हैं। प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति के कारण पुराने निर्माण कार्य को तेज़ी से पूरा करने की कोशिशें जारी हैं, जिससे संदेह उत्पन्न हो रहा है। इसके साथ ही, ठेकेदारों द्वारा अनावश्यक बिल भी नगर पंचायत में प्रस्तुत किए जा रहे हैं, जो भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
पूर्व और वर्तमान पार्षदों की कार्य प्रणाली पर सवाल
निकाय चुनाव से पूर्व नगरीय क्षेत्र में कई सीसी सड़कों और नालियों का निर्माण कार्य अधूरा था, जिसे आचार संहिता के कारण रोका गया था। अब आचार संहिता हटने के बाद निर्माण कार्य पुनः आरंभ हो गए हैं। लेकिन इनकी गुणवत्ता की निगरानी करने के लिए ना तो पूर्व पार्षद रुचि दिखा रहे हैं और ना ही नवनिर्वाचित पार्षद, क्योंकि उनका शपथ ग्रहण अभी तक नहीं हुआ है। इस परिस्थिति का लाभ उठाकर ठेकेदार और इंजीनियर अनियमित कार्य कर रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। साथ ही, नगर पंचायत को इस पूरे प्रकरण की जांच कर उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई बड़ी समस्या उत्पन्न न हो।