धान मंडी में लापरवाही, किसानों को भारी परेशानी का सामना पढ़े पूरी ख़बर …

जांजगीर-चांपा। जिले के एक प्रमुख धान मंडी में आज एक अजीबो-गरीब स्थिति देखने को मिली। सारा गांव स्थित धान मंडी में प्रभारी और ऑपरेटर दोनों ही नदारद थे, जबकि कार्यालय का ताला भी बंद था। इस लापरवाही के कारण मंडी में आए किसानों और ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ग्रामीणों का कहना है कि आज के दिन मंडी में धान की तुलाई के लिए आने वाले किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। भारी संख्या में किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे, लेकिन कार्यालय में ताला बंद होने के कारण उनकी तुलाई नहीं हो सकी। इससे न केवल किसानों को समय की बर्बादी हुई, बल्कि उन्हें अनावश्यक रूप से परेशानी का सामना करना पड़ा।
वजन में गड़बड़ी और शिकायतें
ग्रामीणों ने बताया कि वजन में भी गड़बड़ी की जा रही है, जिसमें 41,500 किलो तक वजन लिया जा रहा है। यह स्थिति और भी गंभीर हो गई जब किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें सही तरीके से तुलाई नहीं मिल रही है, जिससे उनका नुकसान हो रहा है। यह घटना शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है, जिसमें किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
ग्रामीणों का आक्रोश
घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि वे कई घंटे इंतजार करने के बावजूद कोई समाधान नहीं पा सके। ग्रामीणों ने मांग की कि इस लापरवाही के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए और उन्हें शीघ्र ही उनकी उपज का सही मूल्य मिले।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह घटना एक ऐसे समय में हुई है जब प्रदेश सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है। फिर भी, मंडी में इस प्रकार की लापरवाही प्रशासन के ढीले रवैये को उजागर करती है। क्या प्रशासन जल्द ही इस समस्या का समाधान करेगा, या किसानों को इसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, यह एक बड़ा सवाल है।