जांजगीर-चांपा: कुमारीकला मंडी में तौल में हेराफेरी,किसानों ने आरोप लगाया है कि तौल प्रक्रिया में जानबूझकर हेराफेरी की जा रही है। पढ़िए पूरी ख़बर …

जांजगीर-चांपा। जिले के कुमारीकला धान मंडी में तौल में गड़बड़ी की एक बड़ी घटना सामने आई है। किसानों ने आरोप लगाया है कि तौल प्रक्रिया में जानबूझकर हेराफेरी की जा रही है। मंडी में मौजूद कर्मचारियों ने खुद यह स्वीकार किया कि धान का वजन 41,500 किलो तक लिया जा रहा है, जो नियमानुसार गलत है। इस लापरवाही से परेशान किसान अपनी उपज मंडी में छोड़कर जाने को मजबूर हो गए।
तौल प्रक्रिया में अनियमितता
किसानों का कहना है कि तुलाई के दौरान सही वजन नहीं लिया जा रहा है। मंडी के कर्मचारियों ने खुद यह बात स्वीकार की कि 41,500 किलो का वजन किया गया है, जो सरकारी मानकों का उल्लंघन है। इस हेराफेरी के चलते किसानों को अपनी मेहनत की सही कीमत नहीं मिल रही है, जिससे उनमें गहरा आक्रोश है।
किसानों ने बताया कि जब उन्होंने इस गड़बड़ी का विरोध किया, तो मंडी के कर्मचारी कोई ठोस जवाब देने में असमर्थ रहे। इसके चलते कई किसानों ने अपनी उपज मंडी में ही छोड़ दी और निराश होकर वापस लौट गए। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की तुरंत जांच की जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो।
घटना के बाद ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर स्थानीय अधिकारियों से शिकायत की है। उनका कहना है कि तौल में गड़बड़ी का यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
कुमारीकला मंडी में तौल में हेराफेरी का मामला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। जहां एक तरफ सरकार किसानों के लिए योजनाएं लागू करने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं किसानों के भरोसे को तोड़ रही हैं।
किसानों ने मांग की है कि मंडी की तौल प्रक्रिया की जांच कराई जाए और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी हेराफेरी न हो।