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08/06/2025

ममता के जीतते ही….ओपी चौधरी के विरोध में लगे नारे…उधर बीडीसी के वाहनों में बीच सड़क हुई तोडफोड….आधे दर्जन कांग्रेसी पर मामला दर्ज….भाजपा के भीतरघातियों को फिर मिलेगा अभयदान ?

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सारंगढ़ कल का दिन कांग्रेस के लिए स्वर्णाक्षरों में लिखा गया तो वहीं भाजपा के लिए किसी बुरे स्वप्न से कम नही है। जिस प्रकार से बहुमत होने के बाद भी भाजपा जनपद अध्यक्ष बनाने में नाकामयाब हुई उसके कारण पुरे सारंगढ़ विधानसभा में भाजपा नेतृत्व को लेकर काफी किरकीरी हो रही है। पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी की जिस तरह से करारी हार हुई है वह सीधे तौर पर जिला नेतृत्व पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल के नेतृत्व में जिस प्रकार से भाजपा को बेज्ज्तीपुर्ण हार का सामना करना पड़ा है वह काले दिवस में रूप में कार्यकर्ताओं के मन में छाप छोड़ चुका है। वहीं कांग्रेस के समर्थन से जनपद में जीत दर्ज करने वाली श्रीमती ममता सिंह ठाकुर की जीत के साथ ही जनपद में प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के विरोध में नारे लगे। ममता राजीव सिंह की जीत दर्ज करते ही उनके सहयोगियो और समर्थकों ने ओपी चौधरी मुर्दाबाद के नारे लगाए जिसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी देखी जा रही है। नारे का विडियो भी सामने आया है जिसमें ममता राजीव सिंह के समर्थक ओपी चौधरी के विरोध में नारे लगाते दिख रहे हैं।

https://youtube.com/shorts/kAM8eZ2k4L0?si=8VXtcKTMhoJVCOGH

जनपद सदस्यों के वाहनों में तोडफोड का प्रयास, कांग्रेस नेताओं पर मामला दर्ज


वहीं सोशल मिडिया में एक और विडियो वायरल हुआ है जिसमें भाजपा समर्थित जनपद सदस्यों के वाहनों को रोककर उनके साथ मारपीट और वाहन में तोड़फोड करने के प्रयास का बताया जा रहा है। सोशल मिडिया में कई भाजपा नेताओं ने उक्त विडियो को अपलोड़ किया है। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार पवनी के भाजयुमो नेता नंदकुमार ने थाने में, अपने साथ हुई मारपीट और घटना को लेकर मामला दर्ज कराया है जिसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं पर सीटी कोतवाली में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उक्त घटना की विडियो सोशल मिडिया में भाजपा नेताओं द्वारा लगातार डाला जा रहा है।

क्या भाजपा के भीतरघातियों को फिर मिलेगा अभयदान ?


जिस प्रकार से बहुमत होने के बाद भी जनपद में सरकार नही बन सकी और लगातार पार्टी को हार के गर्त में डालने वाले चेहरों पर पार्टी का आलाकमान मेहरबान है ऐसे में क्या इस बार कोई कार्यवाही हो पाएगी ? लगातार पार्टी विरोधी गतिविधी में संलिप्त भाजपा के भीतरघातियों की वजह से पार्टी को हर चुनाव मंे हार का सामना करना पड़ रहा है।


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