नेशनल हाईवे में दुर्घटनाग्रस्त खड़ी वाहन से टकराया बाईक सवार युवक की हुई मौत

सारंगढ़,प्रशासन की लापरवाही के कारण से सारंगढ़ के ग्राम गोड़ा के 31 वर्ष के युवक राजेश साहू असमय मौत के मुंह मे समा गया। 6 दिन पहले नेशनल हाईवे बाईपास मे फ्लाईएश लेकर जा रहा वाहन मे अचानक आग लग गई जिसे सारंगढ़ नगर पालिका के फायर बिग्रेड़ ने बुझाया किन्तु आज 6 दिन बाद भी दुर्घटनाग्रस्त वाहन रोड़ के बीच में सुरक्षा चिन्हो के बिना ही खड़ा है जिससे टकराकर बाईक सवार युवक की मौत हो गई। दुर्घटनाग्रस्त वाहन के चारो ओर स्टापर या अन्य संकेतक लगाने से शायद दुर्घटना नही होती और किसी के घर का चिराग बच जाता। किन्तु प्रशासन अपनी-अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते दिख रहे है।
इस संबंध मे मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के ग्राम गोड़ा के राजेश साहू आईडीएफसी बैंक सारंगढ़ में कार्य करता था। देर शाम लगभग 7 बजे वह नेशनल हाईवे हरदी से दानसरा वाले बाईपास रोड़ से अपने गांव गोड़ा की ओर जा रहा था जहा पर रास्ते में मुड़ियाडीह- नंदेली के पास दुर्घटनाग्रस्त एक डंफर की चपेट में उसका मोटर सायकल सीजी 13-एके 2099 टकरा गया और मौके पर ही राजेश साहू मौत के मुंह में समा गया। बताया जा रहा है 6 दिन पहले यहा पर फ्लाईएश लेकर जा रहे डंफर क्रमांक सीजी 13 एपी 7328 जा रहा था किन्तु उसमे आग लग गई जिसकी सूचना नगर पालिका सारंगढ़ को मिलने पर उक्त वाहन के आग को बुझाया गया किन्तु तब तक काफी देर हो चुकी थी तथा वाहन जलकर कबाड़ हो गया था।
इस दुर्घटनाग्रस्त वाहन आज भी नेशनल हाईवे के मुडियाडीह-नंदेली के पास ही खड़ा है। दिन मे तो वाहन चालक इसको देख पा रहे है किन्तु रात के अंधेरे मे यह नही दिख रहा है। इसके चारो ओर सुरक्षा संबंधी संकेतक नही लगाये गये है और ना ही स्टापर लगाकर संकेतक लगाया गया है। वही सुरक्षा संकेत रेड़ियम संबंधी स्टीकर तक को नही लगाये जाने से बाइक सवारो सहित वाहन धारको को इस दुर्घटनाग्रस्त वाहन से खतरा बना हुआ था और जिसका डर था वही हुआ। रेड़ियम और अन्य सुरक्षा संबंधी मानको का ख्याल रखे बिना इस दुर्घटनाग्रस्त वाहन से टकराकर ग्राम गोड़ा का राजेश साहू (31 वर्ष) असमय मौत के मुंह मे समा गया। सारंगढ़ के आईडीएफसी बैंक मे कार्य कर रहा राजेश साहू के दो छोटे-छोटे बच्चे है। प्रशासन के लापरवाही के कारण से राजेश असमय मौत के मुंह मे समा गया। पुलिस अपना पल्ला झाड़ रही है तथा नेशनल हाईवे विभाग को इस हादसे का दोषी बता रही है। नेशनल हाईवे के अधिकारी हमेशा की तरह कोई जवाब नही देते है। ऐसे मे हादसो का रोड़ के नाम से मशहूर होते जा रहा रायगढ़- सारंगढ़-सरायपाली नेशनल हाईवे रोड़ जो कि अधूरा बना है उसमे गतिमान होकर लोगे अपनी जान को जोखिम मे डाल रहे है। पता नही कब जिला प्रशासन को ऐसे हादसो को रोकने के लिये
जरूरी कदम उठायेगा।