Categories

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

08/06/2025

बरमकेला के पैकिन मे मृत तेदुंआ की मौत का हुआ खुलासा, पढ़िए पूरी ख़बर …

Spread the love

जंगली सुअर के शिकार करने बिछाए थे करंट प्रवाहित तार, सुअर के साथ आया चपेट में तेंदुआ

वर्षो से काबिज स्थानीय सरकारी कर्मचारियो के कारण से अभ्यारण्य में गश्ती शून्य?

लीपापोती करने में जुटा था वन विभाग

सारंगढ़ साल्हेओना,वन परिक्षेत्र बरमकेला के अंतर्गत पैंकिन जंगल में तेंदुए की मौत का रहस्योद्घाटन हो चुका है। आरोपियों ने कबुल किया है कि पैंकिन जंगल के पास कक्ष क्र. 1101 में बिजली की पतले तार बिछाकर जंगली सुअर को फंसाने के लिए लगाया था। घटना रात्रि को करंट प्रवाहित तार में जंगली सुअर पहले चपेट में आया और फिर उसी करंट प्रवाहित तार की जाल में तेंदुए भी फंस गया। ऐसे में धनीगांव के शिकारियों ने तार को निकालकर उसमें फंसे मृत जंगली सुअर को लेकर फरार हो गए। अब जबकि वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़े गए शिकारियों पर कार्रवाई करते हुए दो आरोपी को जेल भेज दिया है। एक सप्ताह पहले वन परिक्षेत्र बरमकेला के लेंध्रा सर्किल के तहत पैंकिन जंगल में एक तेंदुए की संदिग्ध अवस्था में लाश मिला था। तेंदुए की मौत को लेकर वन अधिकारियों ने छुपाने का भरसक प्रयास किया गया लेकिन आखिरकार मामला उजागर हो जाने पर बीते सोमवार को वन विभाग सारंगढ़ के रेंजर ( सामान्य ) सेवक राम बैगा अपनी टीम के साथ लेकर संभावित जगहों पर जाकर पूछताछ कर मुखबिर लगा दिया।

ग्रामीणों से पूछताछ के दौरान बुधवार शाम को घटनास्थल से लगा ग्राम धनीगांव निवासी रामसिंग बिंझवार पिता घसिया उम्र 45 वर्ष के बारे में जानकारी मिला और उसे संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। संदेही रामसिंग बिंझवार ने वन‌ अधिकारियों को बताया कि उसने धनीगांव के ही जयनारायण पटेल पिता रामकुमार उम्र 43 वर्ष के साथ मिलकर बिजली करंट तार बिछाकर जंगली सुअर को शिकार करने के लिए लगाया था। करंट प्रवाहित तार में पहले जंगली सुअर फंसा फिर उसी तार में तेंदुए भी चपेट आ गया। आनन फानन में दोनों शिकारी ने बिछाए गए तार को हटाकर घर में छिपा दिया और मृत जंगली सुअर की मांस बनाकर चुप्पी साध ली थी। किंतु तेंदुए की मौत को लेकर लगातार बढते दबाव के बाद शिकारियों ने अपना अपराध कबुल किया। फिलहाल तेंदुए की मौत का रहस्यों का खुलासा शिकारियों के कथन से वन विभाग के दावे की कलई खुल गई कि तेंदुए की मौत सामान्य व प्राकृतिक ढंग से नहीं हुआ था। तेंदुए की मौत के मामले में इस कार्रवाई में सारंगढ़ रेंजर ( सामान्य) सेवक राम बैगा, चांटीपाली डिप्टी रेंजर हीरालाल नायक, झिंकीपाली डिप्टी रेंजर नूतन बंजारे, वनरक्षक प्रेमसिंह सिदार, वनरक्षक वेषराम पटेल व अन्य लगे हुए थे।


नाम खुलासा के बाद अन्य पर कार्रवाई नहीं
तेंदुए के शिकारियों के नाम पहले तीन नाम बताया जा रहा था लेकिन शुक्रवार शाम को सिर्फ दो आरोपी के नाम का बताया गया। जबकि एक अन्य आरोपी को जंगली सुअर के मांस परिवहन के मामले में आरोपी बताया गया। वही सबसे बड़ी बात है कि तेंदुए की मौत को वन अमले की अन्य की लापरवाही बताया जा रहा है परंतु एक बीटगार्ड को निलंबन करने के बाद किसी पर कार्रवाई नहीं किया गया है।

क्या कहते है रेंजर
" वन मंडलाधिकारी व उप वन मंडलाधिकारी के निर्देश पर तेंदुए के दो शिकारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। तीसरे आरोपी जंगली सुअर के मांस परिवहन के आरोप में कार्रवाई किया गया है। सेवक राम बैगा रेंजर ( सामान्य), वन विभाग, सारंगढ़ .


Spread the love